हिमेश रेशमिया ने सिक्स पैक्स बना लिए हैं। हिमेश रेशमिया ने डोले-शोले भी बना लिए हैं। हिमेश रेशमिया ने हेयर विविंग भी करा ली हैं। हिमेश रेशमिया ठंड प्रूफ भी हो गए हैं, जो आयरलैंड की भीषण सर्दी में भी बनियान और जैकेट में रह सकते हैं, लेकिन हिमेश रेशमिया अभी तक एक्टिंग नहीं सीख पाए हैं। न ही हिमेश रेशमिया नाक के बजाय गले से गाना सीख पाये हैं।
यह 'जानकारी' हमें उनकी तेरा सुरूर फिल्म देखने पर मिलती हैं। इस फिल्म में बिना टोपी वाले हिमेश रेशमिया हैं, जो एक्टिंग करने की कोशिश करते हैं, लेकिन फिल्म में कोई जान है ही नहीं। बिना बात की कहानी बनाई गई है, जिस पर भरोसा करना मुश्किल हैं और अंत में हीरो खलनायक से 'भारत माता की जय' भी कहलवा देता हैं।
फिल्म देखते वक्त इंटरवल हुआ ही था कि एक दोस्त का फोन आया - क्या कर रहे हो? मैंने कहा - थिएटर में बैठा हूं, तेरा सुरूर देख रहा हूं। दोस्त ने कहा - कैसी है? मैंने कहा - फिल्म में कोई खास बात नहीं है। दोस्त हंसने लगा, फिर हंसते-हंसते बोला - यार मैं फिल्म की नहीं, तुम्हारी तबीयत के बारे में पूछ रहा हूं कि कैसी है? तेरा सुरूर देखते वक्त तबीयत पूछना बनता है।
फिल्म खत्म होने पर थिएटर से बाहर निकले ही थे कि एफएम रेडियो वाली लड़की मिल गई - सर, कैसी फिल्म है? मैंने कहा - यह कोई फिल्म हैं और आगे बढ़ गया। आप भी अगर यह फिल्म देखने जाएंगे, तो आपके साथ मेरी सहानुभूति रहेगी।
माना कि फिल्मों में कोई तुक नहीं होता, लेकिन झूठा ही सही कोई तुक तो नजर आए। फिल्म की कहानी इस तरह बनाई जा सकती थी कि घटनाओं का सिलसिला आपस में बंधा हुआ नजर आए। यहां तो कहीं की र्इंट, कहीं का रोड़ा; टी-सीरिज ने कुनबा जोड़ा और कुनबे में जोड़ा भी किस-किस को? नसीरुद्दीन शाह, कबीर बेदी, शेखर कपूर, शरनाज पटेल आदि भी इस फिल्म में खर्च हुए हैं।
हिमेश रेशमिया संगीतकार माता-पिता की संतान हैं, फिर भी 18 साल में ठीक से गाना-बजाना तो ठीक, एक्टिंग भी नहीं सीख पाए हैं। सुपरहीरो के रूप में उन्हें स्वीकार करना थोड़ा अटपटा लगता हैं। कहानी की बात करेंगे तो आपका रहा-सहा मजा भी जाता रहेगा। फिल्म की एकमात्र अच्छी चीज इसकी खूबसूरत लोकेशन हैं। दो घंटे की फिल्म में 33 मिनट गानों में ही गुजर जाते हैं। अच्छी बात यह है कि सभी गाने हिमेश रेशमिया ने नहीं गाए है। फिल्म की हीरोइन फराह करीमी कैटरीना कैफ जैसी हैं, उनकी भी एक्टिंग कैटरीना जैसी सपाट हैं।
सिनेमाघर में जाकर दो घंटे यातना सहने की जरूरत नहीं है। हां, जोड़े से सिनेमा घर में जाने वाले चाहे तो इसकी जगह जय गंगाजल या नीरजा के बहाने टाइमपास कर सकते हैं।