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टि्वटर पर बॉलीवुड के कलाकारों में सर्वाधिक लोकप्रिय अमिताभ बच्चन हैं और उन्हें ट्विटर का शहंशाह माना जाता हैं। अमिताभ बच्चन अपने ब्लॉग पर भी बहुत लोकप्रिय हैं, लेकिन अगर सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म को जोड़कर देखा जाए, तो कहा जा सकता है कि सलमान खान ही सोशल मीडिया के सुल्तान हैं। हाल ही में एक प्रमुख डिजिटल टेक्नोलॉजी कंपनी ने डिजिटल सेलेब्रिटी इंडेक्स 2016 लांच किया, तो सलमान खान उसमें नंबर वन रहे। सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर संयुक्त रूप से सलमान के बाद कोई है तो वे हैं दीपिका पादुकोण और अमिताभ बच्चन।
बरसों पुरानी बात है। उज्जैन के पास महिदपुर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा था। वहां के एसडीएम पुलिस बल और पूरे लाव-लश्कर के साथ अभियान में जुटे थे। सब कुछ शांतिपूर्वक चल रहा था कि बीच में एक लड़का आया और बोला ‘‘बढ़ ले बदरी’’। उसका यह बोलना था और एसडीएम का यह वाक्य सुनना! हड़कंप मच गया। एसडीएम ने वहां लाठीचार्ज करवा दिया और कई लोगों के हाथ-पैर तोड़ने के साथ ही सिर भी फोड़ दिए। किसी को कुछ भी समझ में नहीं आया कि आखिर माजरा क्या है। बदरी से एसडीएम इतना क्यों चिढ़ा? संयोग से किसी सिरफिरे ने इस बात पर पत्र संपादक के नाम लिख दिया। वह पत्र छपा, तब पूरे मालवा क्षेत्र में मुहावरा चल निकला - बढ़ ले बदरी। इस बात का किसी से भले ही कुछ भी लेना-देना हो या न हो, इस वाक्य को सुनते ही कई लोग ऐसे विफर जाते है, मानो बैल को लाल कपड़ा दिखा दिया हो।
डोनाल्ड ट्रम्प की जीत के साथ ही संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में एक बार फिर गैर राजनैतिक व्यक्ति राष्ट्रपति चुना गया। अमेरिकी व्हॉइट हाउस में ट्रम्प अब तक का सबसे धनी व्यक्ति होंगे। तमाम चुनावी सर्वेक्षणों और भविष्यवाणियों को झूठा साबित करने वाले इस फैसले के पीछे सोशल मीडिया की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। अब जो बातें सामने आ रही हैं, उनके अनुसार डोनाल्ड ट्रम्प के मीडिया मैनेजरों ने सोशल मीडिया का उपयोग करते समय ट्विटर बॉट्स का उपयोग भी किया। यह उपयोग इतनी चतुराई से किया गया कि उनके विरोधियों को भी इसकी भनक नहीं लग पाई कि ट्विटर पर आने वाले लाखों-करोड़ों संदेशों में से बड़ी संख्या में ऐसे संदेश हैं, जो न तो ट्रम्प ने जारी किए हैं और न ही उनकी पार्टी के लोगों ने।
आज रूप चौदस है। महिलाओं के लिए सजने-संवरने का दिन। भारत में गोरे रंग को ही सौंदर्य का पैमाना माना जाता रहा है। जिन लोगों का रंग थोड़ा भी सावला या गेहुआं होता है, वे अपनी त्वचा को गोरा बनाने के लिए तरह-तरह की क्रीम का उपयोग करते हैं। त्वचा की ब्लीचिंग भी एक तरीका माना जाता है, गोरा बनने का। गोरा न होने से कई लोगों को कॉम्पलेक्स आ जाता है और वे गोरा बनने के लिए जी तोड़ मेहनत करते है और धन भी लगाते है। अन्य देशों में भी कुछ ऐसी ही धारणा है। महिलाएं हो या पुरूष सभी अपनी त्वचा को गोरा बनाने में जुटे रहते है। माइकल जैक्सन जैसे अश्वेत गायक ने तो तरह-तरह के जतन किए थे अपनी त्वचा को गोरा करने के लिए, लेकिन अब दुनिया बदल रही है। अब श्यामवर्ण के लोग भी अपनी त्वचा पर फख करते नजर आते हैं।
1 नवंबर को छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नंदन वन सफारी में बाघ के साथ सेल्फी क्या ले ली, सोशल मीडिया पर लोग दीवाने हो गए। तरह-तरह के ट्विटर संदेश और फेसबुक पोस्ट शेयर होने लगे, जिनमें से कई तो वायरल हो गए। कुछ गंभीर किस्म के कमेंट्स भी आए, जिसमें कवि केदारनाथ अग्रवाल की कविता की पंक्तियां भी लोगों ने शेयर की। कई लोगों ने इस मौके पर बाघ को बचाने की योजना का जिक्र करना उचित समझा और कई ने सेव टाइगर प्रोजेक्ट की सफलता और विफलता का आकलन कर डाला।
इंदौर में 22 और 23 अक्टूबर को होने वाले इन्वेस्टर्स समिट के लिए मास मीडिया में जिस तरह का एकतरफा कवरेज है, वैसा सोशल मीडिया पर नहीं है। कुछ प्रमुख वेबसाइट्स पर जरूर इन्वेस्टर्स समिट के बारे में सकारात्मक बातें है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग यह बात अलग-अलग तरीके से लिख रहे है कि आखिर इन्वेस्ट एमपी नामक इस समिट के लिए जिस तरह से चीनी उत्पादों का उपयोग किया गया है, वह मेक इन इंडिया के नारे के बावजूद कितना उचित है। समिट के स्थान के साथ ही पूरे इंदौर को चीन की बनी लाइट्स से सजाया गया है। समिट स्थल पर लगने वाले एलईडी स्क्रीन भी चीन के बने हैं। लोग इस बात पर भी तंज कर रहे है कि चीनी सामान की मुखालिफत करने वाले लोग चीन के निवेशकों के स्वागत के लिए पलक-पावड़े बिछा रहे हैं।