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रविवासरीय हिन्दुस्तान (15-01-2012) के एडिट पेज पर मेरा कॉलम
जिनकी मदद से आप कामयाब हुए हैं, उन्हें क्या आपने श्रेय दिया है? सबसे बड़ी बात यह है कि आपमें विजय या कामयाबी के बाद मानवीयता का अंश बढ़ा है या नहीं? अगर सफलता से मानवीयता का अंश नहीं बढ़ता, तो वह उपयोगी नहीं रह जाएगी। नंदन नीलेकणि फिर परीक्षा दे रहे हैं। संसद की स्थायी समिति ने उस परियोजना को खत्म करने की सिफारिश की है, जिसके तहत देश के हरेक नागरिक के लिए ‘आधार’ नाम से विशिष्ट पहचान प्रणाली के कार्ड दिए भी जा रहे थे।
रविवासरीय हिन्दुस्तान (04 - 12 - 2011) के एडिट पेज पर मेरा कॉलम
स्टीव 'वोज' (स्टीफन गेरी वोज्निआक) कॉलेज ड्रॉपआउट हैं, लेकिन उनके पास अमेरिका के नौ विश्वविद्यालयों की मानद पीएच डी की उपाधियाँ हैं. उन्होंने स्टीव जॉब्स के साथ एप्पल की स्थापना की थी और बहुत कम लोगों को पता होगा कि एप्पल का डिजाइन वास्तव में वोज की देन है, न कि स्टीव जॉब्स की. वास्तव में स्टीव जॉब्स ने एप्पल का कोई भी पुर्जा डिजाइन ही नहीं किया है, सब कुछ किया है वोज ने. वह भी वोज के ही घर पर. एप्पल कंप्यूटर लांच करने के लिए जॉब्स ने अपना केलकुलेटर और वोज ने अपनी पुरानी गाड़ी बेचकर १३५० डॉलर इकट्ठे किये थे.
रविवासरीय हिन्दुस्तान (08-01-2012) के एडिट पेज पर मेरा कॉलम
‘याद रखिए, आप केवल अपने लिए ही नहीं, अपने घर-परिवार और समाज के लिए भी काम करते हैं। आप जो भी पाते हैं, इसी समाज से शेयर करते हैं। इसलिए आपका समाज के लिए भी कुछ दायित्व बनता है।’ मेट्रो मैन के नाम से विख्यात ई. (ईलात्तूवल्पिल) श्रीधरन साल 1990 में ही भारतीय रेल सेवा से रिटायर हो गए थे, लेकिन दिल्ली मेट्रो के एमडी पद से वह करीब एक सप्ताह पहले सेवानिवृत्त हुए हैं। केरल के मुख्यमंत्री चाहते हैं कि श्रीधरन अब कोच्चि मेट्रो का कामकाज संभाल लें।
रविवासरीय हिन्दुस्तान के एडिट पेज (27/11/2011) पर मेरा कॉलम
देश, समयकाल और नेता ज़रूर अलग हैं लेकिन हालात वैसे ही होते जा रहे हैं जैसे म्यांमार में थे. आंग सान सु ची का यह भाषण इस सन्दर्भ में देखा जाना चाहिए कि भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत में भी व्यापक आन्दोलन चल रहा है और लोगों के मन में आक्रोश भी उसी तरह बढ़ रहा है.
जेल और नजरबंदी में पूरे 15 साल गुजारने वाली म्यांमार की आंग सान सू की ने भय के हर रूप का मुकाबला किया है। उन्हें उनके परिवार से अलग किया गया।
रविवासरीय हिन्दुस्तान (1 -1- 2012) के एडिट पेज पर मेरा कॉलम
रतन टाटा ग्रुप दुनिया के शीर्ष 50 व्यवसाय समूह में गिना जाता है. यह समूह 96 तरह के व्यवसाय करता है और कहा जाता है कि उनकी संपत्ति बिल गेट्स और वारेन बफेट से भी ज्यादा है, लेकिन फ़ोर्ब्स की सूची में उनका नाम बाद में इसलिए है कि इस समूह की 28 प्रमुख कम्पनियाँ दुनिया के अलग अलग शेयर मार्केट में विभिन्न नामों से लिस्टेड है. सामाजिक जवाबदेही के कारण टाटा का नाम एक अलग ही इज्ज़त से लिया जाता है. उनके कर्मचारियों ने भी हमेशा अपने दायित्व का पालन किया.
रविवासरीय हिन्दुस्तान (20/11/2011) के एडिट पेज पर मेरा कॉलम
डॉ. टेसी थॉमस को कुछ लोग मिसाइल वूमन कहते हैं तो कई लोग उन्हें 'अग्नि - पुत्री' का खिताब देते हैं. वे देश के मिसाइल प्रोजेक्ट (डी आर डी ओ) की प्रमुख हैं और उन्हीं के नेतृत्व में 15 नवम्बर को उड़ीसा के व्हीलर द्वीप से तीन हज़ार किलोमीटर तक सतह से सतह पर मार करने वार करने की क्षमता वाली मिसाइल अग्नि-4 का सफल प्रक्षेपण किया. यह मिसाइल अपने साथ एक हज़ार किलो तक के परमाणु हथियार लेकर जा सकती है और दुश्मन के इलाके में तबाही मचा सकती है. टेसी पहली भारतीय महिला हैं, जो मिसाइल प्रॉजेक्ट का नेतृत्व कर रही हैं.
रविवासरीय हिन्दुस्तान (25 - 12 - 2011) के एडिट पेज पर मेरा कॉलम
त्योहारों के बारे में एक धारणा यह है कि वे अपनों और परायों का भेद खत्म कर देते हैं। सिर्फ अपने-पराये ही नहीं, ऐसे मौकों पर अक्सर दुश्मन भी गले मिल जाते हैं। ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद का क्रिसमस के मौके पर बधाई संदेश देना ऐसा ही एक मौका था। किसने सोचा था कि एक कट्टर इस्लामी माने जाने वाले ईरान जैसे देश का नेता ईसाई बंधुओं को उनके पावन पर्व पर शुभकामनाएं देगा? लेकिन यह तब मुमकिन हुआ, जब ब्रिटेन के चैनल फोर ने उनसे क्रिसमस संदेश देने का आग्रह किया और वह मान गए।
रविवासरीय हिन्दुस्तान (13/11/2011) के एडिट पेज पर मेरा कॉलम
शकीरा भारत आ रही हैं. वे आल इन वन हैं -- बिजनेस वूमन, गायिका, डांसर, गीत लेखिका, संगीतकार, लाइव परफार्मर, रेकॉर्ड निर्माता, मॉडल, समाजसेवी, यूनिसेफ की प्रतिनिधि, अमेरिकी राष्ट्रपति की सलाहकार आदि. वे सुन्दर हैं, युवा हैं, धनवान हैं, शोहरतमंद हैं, लेकिन वे विनम्र हैं, मेहनती, दयालु, गरिमामय भी हैं. इससे बढ़कर वे बुद्धिमान हैं और सच बोलने की आदी. उनके आगे आइटम जैसा शब्द शायद छोटा है. नोबेल साहित्य विजेता गेब्रियल गेर्सिया मार्केज़ का दावा है कि शकीरा के शो में आप किसी और के बारे में सोच ही नहीं सकते.
रविवासरीय हिन्दुस्तान (18 - 12 - 2011) के एडिट पेज पर प्रकाशित मेरा कॉलम
द्रविड़ को लोग भारत की दीवार कहते हैं. कई लोग उन्हें 'मिस्टर रिलायबल' भी कहते हैं. उनके नाम पर क्रिकेट में कई रेकार्ड्स हैं. ताज़ा रिकार्ड है टेस्ट क्रिकेट में तेरह हज़ार रन बनाने का. केवल सचिन ही हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में उनसे ज्यादा रन बनाये हैं. सर डोनाल्ड (डॉन) ब्रेडमैन के बाद राहुल द्रविड़ अकेले ऐसे क्रिकेटर हैं, जिनके खाते में इंग्लैण्ड के खिलाफ तीन या उससे ज्यादा शतक हैं. सुनील गावस्कर ने राहुल के बारे में कहा है --''राहुल भारतीय टीम के लौह कवच हैं. उनका हरेक कदम उनके चरित्र का बखान करता है.'' सुरेश रैना उन्हें अपना आदर्श मानते हैं.
रविवासरीय हिन्दुस्तान के एडिट पेज (6नवंबर 2011) पर मेरा कॉलम
लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद पद से सम्मानित अभिनव बिंद्रा प्रथम भारतीय हैं जिन्होंने 112 साल के ओलिम्पिक इतिहास में व्यक्तिगत श्रेणी में पहला स्वर्ण पदक जीता. वे अब तक तीन ओलिम्पिक में निशानेबाजी आजमा चुके हैं और अब लन्दन में होनेवाले ओलिम्पिक की तैयारी में जुटे हैं. उन्हें अपनी 'तथाकथित प्रतिभा' का दंभ नहीं है और वे सहजता से कह देते हैं हैं कि मैं साधारण खिलाड़ी हूँ, लेकिन मैंने अपनी लगन, मेहनत, निष्ठा और योजनाबद्ध प्रयासों से लक्ष्य को पा लिया है. अगर मैं यह कर सकता हूँ तो आप भी अपने लक्ष्य पा सकते हैं.
रविवासरीय हिन्दुस्तान (11 - 12- 2011) के एडिट पेज पर मेरा कॉलम
इन्फोसिस के जनक एन आर नारायण मूर्ति अब रिटायर हो गए हैं, लेकिन शैक्षणिक और सामाजिक गतिविधियों के कारण वे लगातार चर्चा में हैं. उन्होंने तीस साल पहले, 1981 में दस हज़ार रुपये की पूंजी से इन्फोसिस शुरू की थी, जिसका टर्नओवर आज तीस हज़ार करोड़ रुपये से भी अधिक है.
रविवासरीय हिन्दुस्तान (30 अक्तूबर 2011) के एडिट पेज पर मेरा कॉलम
खुश रहने के लिए 'मालदार और मशहूर' (रिच एंड फेमस) होना ज़रूरी नहीं है, वास्तव में खुश रहने के लिए केवल मालदार होना ही काफी है. बिहार के पूर्वी चंपारण के सुशील कुमार केबीसी की बदौलत अब फेमस भी है और रिच भी. उनके घर में टीवी सेट नहीं होने से वे केबीसी देखने पड़ोसी के घर जाया करते थे. उन्हें लगता था कि वे केबीसी में गए तो साढ़े बारह लाख या पच्चीस लाख रुपये तक ज़रूर जीत सकते हैं. लेकिन वे जीत गए पूरे पंचकोटि महामनी यानी पांच करोड़ रुपये. जीवन में उन्होंने कभी हवाई जहाज में यात्रा नहीं की थी लेकिन केबीसी की बदौलत वे अपनी पत्नी के साथ विमान में बैठ मुंबई पहुंचे.