जाने-माने पत्रकार और इतिहास के शोधार्थी विजय मनोहर तिवारी से बातचीत।
धार की भोजशाला जैसा ही विवाद अब रायसेन में सोमेश्वर मंदिर को लेकर चल रहा हैं। भोजशाला में वाग्देवी की प्रतिमा ताले में बंद हैं, उसी तरह मध्यप्रदेश के रायसेन में सोमेश्वर मंदिर के शिव ताले में बंद हैं।
अयोध्या में बाबरी ढांचे को गिराने में भूमिका निभाने वाली मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अब रायसेन के सोमेश्वर मंदिर के शिव को तालों से मुक्त कराने की घोषणा की हैं। उमा भारती 11 अप्रैल को सोमेश्वर धाम महादेव मंदिर में गंगा जल से अभिषेक करने वाली हैं।
सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा कथावाचक ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया हैं और संभव है कि आगामी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले रायसेन भी धार की तरह हो जाए।
रायसेन में बाहरवीं सदी के इस मंदिर के पठ साल में केवल महाशिवरात्रि के दिन खुलते हैं। जैसे भोजशाला में वसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा की इजाजत है।