मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और केन्द्र में मंत्री रहीं उमा भारती अपनी ही सरकार के लिए आए दिन चुनौतियां खड़ी करती रहती हैं। वे शिवराज सिंह को अपना भाई कहती हैं, लेकिन भाई ही अपनी बहन की गतिविधियों के सामने असहाय नजर आता हैं।
कभी वे शराबबंदी की घोषणा करती हैं और शराब की दुकान में पत्थर फेंकती हैं, तो कभी रायसेन के सदियों पुराने शिव मंदिर में जलाभिषेक की घोषणा करके सरकार और प्रशासन के लिए चुनौती खड़ी कर देती हैं। उनकी यह फितरत सत्ता के लिए बेचैनी हैं या अपनी अहमियत दिखाने की कोशिश? इसी पर चर्चा करेंगे वरिष्ठ पत्रकार अरुण दीक्षित से।