Bookmark and Share

अरबों लोगों का बोझ ढोने वाली पृथ्वी अनेक पर्यावरण चुनौतियों से जूझ रही है। 1970 से मनाया जाने वाला पृथ्वी दिवस एक औपचारिकता बनता जा रहा है। पूरी दुनिया आपसी युद्ध, आर्थिक प्रतिबंध, हथियारों की होड़ और पर्यावरण की बेफिक्री में जुटी हैं। अरबों लोगों के जीवन का आधार पृथ्वी की उपेक्षा हो रही हैं। यह उपेक्षा हमें कहा तक ले जाएगी, इसी पर चर्चा।

Search

मेरा ब्लॉग

blogerright

मेरी किताबें

  Cover

 buy-now-button-2

buy-now-button-1

 

मेरी पुरानी वेबसाईट

मेरा पता

Prakash Hindustani

FH-159, Scheme No. 54

Vijay Nagar, Indore 452 010 (M.P.) India

Mobile : + 91 9893051400

E:mail : prakashhindustani@gmail.com