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अमिताभ बच्चन उनके फैन हैं, राहुल द्रविड़ उन्हें भारतीय गैरी सोबर्स कहते हैं, धोनी उन्हें एक्सपर्ट गेंदबाज़ मानते हैं, पर वे अकसर विवादों में घिरे रहते हैं. बार-बार उन्हें माफी माँगनी पड़ती है, कभी खिलाड़ी श्रीसंथ को थप्पड़ मरने के कारण तो कभी रावण बनकर डांस करने के कारण. कभी किसी व्हिस्की का विज्ञापन करने के लिए तो कभी न्यूज़ चैनल कैमरामैन को थप्पड़ मरने के लिए. कभी भांगड़ा पर कमेन्ट के लिए तो कभी नस्लवादी टिप्पणी के लिए. कभी उनकी फिटनेस चर्चा में होती है तो कभी काली पगड़ी.
जवानी में उन्होंने गुरिल्ला लड़ाई लड़ी, पकड़ी गयीं और सेना के टॉर्चर को सहा. तीन साल जेल में रहीं, रिहा हुई तो पढ़ाई करने की कोशिश की. पीएचडी करना चाही, पर न कर सकीं. अर्थशास्त्र की पढ़ाई की, पर पीजी की डिग्री भी नहीं ले सकीं. ग्रीक थियेटर और डांस का शौक था, अधूरा रह गया. राजनीति में सक्रिय रहीं. एनर्जी मिनिस्टर बनीं. अच्छा काम किया. पहली दफा राष्ट्रपति पद की दावेदार रहीं और संघर्ष के बाद जीत गयीं. जी हाँ, आपने सही सोचा -- ये हैं ब्राज़ील की डिल्मा रौसेफ़. बुल्गारिया के प्रवासी की बेटी. चौदह की आयु में पिता को खो दिया, सोलह की होते-होते मार्क्सिस्ट एक्टिविस्ट बनीं.
टेनिस की तो शुरुआत ही 'लव' से होती है. सोमदेव देववर्मन को भी टेनिस से पुरानी मोहब्बत है. वे वेलेंटाइन्स डे के एक दिन पहले (13 फरवरी 1985 को) जन्मे. वे एक दीवाने की तरह खेलते हैं. एक चैम्पियन की तरह 145 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से हिट करते हैं. इसी के कारण वे एशियाई खेलों के इतिहास में जगह बना सके. एशियाई खेलों में कोई भी भारतीय पुरुष खिलाड़ी टेनिस सिंगल्स फाइनल तक नहीं पहुंचा था. वे वहां पहुंचे और स्वर्ण पदक भी जीता. वे डबल्स में सनम सिंह के साथ स्वर्ण जीत चुके थे. वे एक कांस्य पदक भी दिला चुके थे. इसके पहले कॉमनवेल्थ में भी वे स्वर्ण जीत चुके थे.
विराट कोहली को अब तक सभी एक बेहतरीन स्टेपनी के रूप में जानते थे. सचिन या युवराज की एक अच्छी स्टेपनी. जिस का खेलना इस बात पर निर्भर होता था कि टीम में कोई अनफिट तो नहीं है. लेकिन अब विराट कोहली ने अपने इस स्टेपनी वाले रोल को बदलकर रख दिया है. विराट कोहली ने हाल ही में आस्ट्रेलिया के खिलाफ १२१ गेंदों पर ११८ रनों का पहाड़ खड़ा करने के बाद 'ट्विट्टर' पर लिखा था--''ग्लेड विथ टीम्स विन,ग्रेट बेटिंग बाय युवी पाजी एंड सुरेश रैना. मेमोरेबल गेम फॉर मी.''
वे एयरोस्पेस इंजीनियर हैं और ज्योतिष को नहीं मानते. मैकेनिकल इंजीनियरिग की पढ़ाई बिट्स, पिलानी और केलिफोर्निया में की हैं, लेकिन हैं राजनीतिज्ञ. किसान-नेता के बेटे हैं और जीएम (जेनेटिकली मोडिफाइड) फूड्स के समर्थक. राजीव गाँधी की डिस्कवरी हैं और उन्हीं के आग्रह पर अमेरिका में मोटी तनख्वाह की नौकरी छोड़ वापस भारत आये और जुट गए कंप्यूटर के जरिये इक्कीसवीं सदी का भारत बनाने के मिशन में. भारतीय भाषाओँ में कंप्यूटर डाटा बेस तैयार कराना उनका मकसद था. लोक सभा में कराड़ से खड़ा कर दिया गया जो शरद पवार के आभामंडल का इलाका है. 1991, 1996 और 1998 में वे कराड़ से जीते और 1999 में हारे. 2002 में राज्यसभा के लिए चुने गए. मंत्री सहित अनेक बड़े पदों पर रहे. लोग कहते हैं कि वे मनमोहन सिंह के ट्रबलशूटर रहे हैं. अब वे महाराष्ट्र के ट्रबलशूटर हैं.